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हिन्दी भावानुवाद (मिश्र बेहाग, आद्धा ताल)
विफल दिन जाये माँ श्यामा, 
कब दीन पर दया होगी | 
दीन बोले हे दयामयी, 
चिरदिन क्यों वंचित रहे | | 
अभागा संतान यदि, 
माँ कभी नहीं तुझ से वंचित | 
तब क्यों निरवधि, 
यह कंगाल वंचित रहे | | 
षडरिपु भीषण दुश्मन, ...
21.03.23 11:10 AM - Comment(s)
हिन्दी भावानुवाद (तीनताल)
भज राधाकृष्ण, गोपाल कृष्ण, कृष्ण कृष्ण बोलो मुख से | 
नाम से हिये भर जाये अभाव मिटाये, स्वभाव जगाये महासुख में | 
हरि दीनबंधु, चिरदिन बंधू, जीव के चिर सुख दुःख में | 
भज रे अन्धो चरणारविंद दुस्तर यह माया का सागर रे | 
भज मू...
16.03.23 10:35 AM - Comment(s)